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Poison Pill Strategy in Hindi | पोइज़न पिल स्ट्रेटेजी

Poison Pill Strategy in hindi | पोइज़न पिल स्ट्रेटेजी

पोइज़न पिल स्ट्रेटेजी (Poison Pill Strategy in Hindi )एक तरह की डिफेंस स्ट्रेटेजी है. ये एक तरह का शेयरहोल्डर राइट है. जिसके तहत मौजूदा शेयरहोल्डर्स को डिस्काउंट पर कंपनी में एडिशनल शेयर खरीदने की अनुमति दी जाती है. इस स्ट्रेटेजी के लागू हो जाने से शेयर्स खरीदना किसी बाहर के इंसान के लिए महंगा हो जाता है. दरअसल, ये टर्म स्पाई वर्ल्ड से लिया गया है.

जिसमें दुश्मन जब पकड़ा जाता है तो वो प्वाइजन पिल यानि जहर की गोली खाकर खुद की जान ले लेता है. ताकि किसी को उसके राज का पता न चल सके और कोई उससे किसी तरह की पूछताछ न कर सके.  

 

क्या होता है पॉइजन पिल? (Poison Pill Strategy in Hindi )

  • इसके तहत कंपनी एक शेयरहोल्डर राइट्स प्लान बनाती है, जिसके जरिए बाजार में कंपनी के ढेर सारे शेयर जारी कर दिए जाते हैं।
  •  शेयरों की संख्या बढ़ने से कंपनी का अधिग्रहण करना बहुत महंगा हो जाता है और कंपनी खुद को बचाने में सफल हो जाती है।
     
  • बिजनेस की दुनिया में ‘पॉइजन पिल’ एक इमरजेंसी उपाय है।
  • इसका इस्तेमाल कंपनियां सालों से खुद को अनचाहे व्यक्तियों के हाथों में जाने से बचाने के लिए करती है।
  •  ‘पॉइजन पिल’ के प्लान को कई तरह से बनाया जा सकता है।
  • हालांकि सभी का मकसद जबरन अधिग्रहण की प्रक्रिया को रोकना होता है।

ट्विटर अपना रहा है Poison Pill Strategy

टेस्ला के सीईओ और दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क (Elon Musk) ने ट्विटर की नाक में दम किया गया हुआ है. ट्विटर (Twitter) के सबसे बड़े शेयरहोल्डर बनने के बाद भी एलन शांत नहीं हुए हैं. अब एलन मस्क ने ट्विटर को खरीदने का ऑफर सामने रख दिया है. हालांकि, ट्विटर को एलन का ये रवैया बिलकुल भी पसंद नहीं आ रहा है. इसे देखते हुए ही ट्विटर अब पोइज़न पिल स्ट्रेटेजी (Poison Pill Strategy in hindi) को अपनाने पर विचार कर रहा है.

कब हुई थी पॉइजन पिल की शुरुआत

  • पॉइजन पिल की प्रक्रिया सबसे पहले 1980 के दशक में अमेरिका में लोकप्रिय हुई थी।
  • उस वक्त कई सारी पब्लिक कंपनियों को बड़े-बडे़ बिजनेसमैन बाजार से शेयर खरीदकर उसका जबरन अधिग्रहण करने की कोशिश कर रहे थे।
     
  • इसी दौरान कंपनियों ने खुद को बचाने के लिए यह तरीका अपनाया था।
  • दरअसल, टेस्ला के सीईओ एलॉन मस्क ने 43 बिलियन डॉलर की कीमत पर ट्विटर को खरीदने की बात कही है।
  •  मस्क जोकि ट्विटर के सबसे बड़े शेयर होल्डर उन्होंने 12 अप्रैल 2022 को ट्विटर के बोर्ड के चेयरमैन को ट्विटर के बचे हुए शेयर्स को खरीदने के लिए एक नॉन-बाइंडिंग प्रोपोजल भेजा।
     
  • उन्होंने ट्विटर के बचे हुए स्टॉक्स को 54.20 डॉलर प्रति शेयर पर खरीदने का प्रोपोजल रखा।

एलॉन मस्क ट्विटर को क्यों खरीदना चाहते है?

  • ट्विटर को खरीदने का मुख्य कारण है इसकी सर्विस।
  • एलॉन मस्क का मानना है कि ट्विटर एक फ्री स्पीच प्लेटफॉर्म के रूप में सही से काम नहीं कर पा रहा है।
  • इस प्लेटफॉर्म में काफी पोटेंशियल है।
  • गौरतलब है कि एलन भी इसके लिए खुद को तैयार कर चुके हैं. वैसे तो उन्होंने इसपर कोई  यान नहीं दिया है, लेकिन वे इसको लेकर क़ानूनी लड़ाई लड़ने के लिए भी तैयार हैं. 
  • बता दें, एलन मस्क पहले ही ट्विटर के 9.2 फीसद स्‍टेक खरीद चुके हैं. इस वक़्त वे ट्विटर के सबसे बड़े स्‍टेकहोल्‍डर हैं. 
  • मस्क ने कहा कि वह इस प्लेटफॉर्म को इसलिए खरीदने चाहते है।
  • क्योंकि एक विश्वसनीय पब्लिक प्लेटफॉर्म फ्यूचर सिविलाइजेशन के बेहद ही जरूरी है।
  • फोर्ब्स के अनुसार, मस्क दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति है, जिनकी संपत्ति लगभग 265 बिलियन डॉलर है।

एलन के पास है प्लान बी 

ऐसे में ट्विटर ने अपने बायलॉज़ में कुछ पोइज़न पिल स्ट्रेटेजी  (Poison Pill Strategy in hindi )को लेकर प्रावधान किये हैं. इसमें कंपनी ने बोर्ड को ब्लेंक चेक प्रिफर्ड स्टॉक जारी करने को लेकर डिस्काउंट दिया है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मस्‍क ने कहा है कि उनके पास इसे लेकर प्लान बी भी है, वे अगर सीधे तौर पर ट्विटर को नहीं खरीद पाते हैं और कुछ और परेशानी आती है तो वे इसका इस्तेमाल करेंगे.

सउदी अरब के प्रिंस ने मस्क की डील को ठुकराया

  • सऊदी अरब के निवेशक प्रिंस अलवलीद बिन तलाल ने 14 अप्रैल, 2022 को कहा कि ट्विटर के प्रमुख शेयरधारकों में से एक के रूप में उन्होंने एलोन मस्क की टेकऑवर बिड को खारिज कर दिया।
  •  उन्होंने ने कहा कि मै एलोन मस्क ($ 54.20 प्रति शेयर) द्वारा प्रस्तावित प्रस्ताव को नहीं मानता क्योंकि यह ट्विटर के आंतरिक मूल्य के करीब नहीं है, वो भी इस प्लेटफॉर्म की ग्रोथ देखते हुए।

एलॉन मस्क से ट्विटर पर क्या खतरा?

  • मस्क, जिनके ट्वीट ऑनलाइन बुली और ट्रोलिंग को बढ़ावा दे सकते है, क्योंकि वह फ्री स्पीच को किसी भी हद तक प्रोमोट करते है।
  •  ग्लोबल डाटा विश्लेषक राहेल फोस्टर-जोन्स के अनुसार मस्क डेमोक्रेसी के फायदे के लिए फ्री स्पीच को प्रोमोट करना चाहते है।
  • लेकिन फ्री स्पीच और अभद्र भाषा या गलत सूचना के बीच की लाइन तेजी से खराब होती जा रही है।
  •  ट्विटर को बदलने से यह मामले कंट्रोल से बाहर हो सकते है।
  • मस्क ने कहा कि ट्विटर उस देश के कानूनों से बंधा है जिसमें वह काम करता है।

क्या कहना है ट्विटर का?

ट्विटर ने शुक्रवार(15/04/2022) को एक अधिकारिक बयान जारी किया है। इसमें बोर्ड ने कहा कि राइट्स प्लान इस संभावना को कम करेगा कि कोई भी संस्था, व्यक्ति या समूह सभी शेयरधारकों को उचित नियंत्रण प्रीमियम का भुगतान किए बिना ओपन मार्केट से कंपनी पर कंट्रोल करने की कोशिश करे। ये प्लान 14 अप्रैल 2023 तक लागू रहेगा।

Poison Pill Strategy in hindi

 


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